Wednesday, March 31, 2010

कुछः चित्र है जो विभिन्न अवसरो पर अलग-अलग स्थानो पर लिये गये है

  1. ग्रामीण भारत में यह दृश्य आम हैं लेकिन हमें देखने कि फुरसत नहीं
प्रकृति के सानिध्य में ऐसे झरने अब देखने को कम ही मिलते हैं .


शहरी बच्चों में से कितनो ने कि बैलगाड़ी कि सवारी


ये मस्ती ,ये लचक मंच के कार्यक्रम में मिलती है क्या



सुबह का कोहरा




आँखों कि चमक





मासूमियत






मक्खी वो भी इतनी बड़ी







छठापूजा








कार्तिक मेला ,ओम्कारेश्वर









बड़ा तालाब भोपाल










स्नेह , मांडव











पशु पालक राजस्थान